BSNL: बीएसएनएल का मानना है कि अगर उसके 80000 कर्मचारी वीआरएस का विकल्प चुनते हैं तो कंपनी को 7500 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है.
लंबे समय से वित्तीय संकट का सामना कर रही देश की एकमात्र सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) अपने कर्मचारियों के लिए वीआरएस (VRS) विंडो ओपन करने जा रही है. कंपनी को उम्मीद है कि 50 साल से अधिक उम्र के कर्मचारी वीआरएस के लिए जरूर एप्लीकेशन दे सकते हैं. बीएसएनएल का मानना है कि अगर उसके 80000 कर्मचारी वीआरएस का विकल्प चुनते हैं तो कंपनी को 7500 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है.
कंपनी वीआरएस विंडो 30 दिनों के लिए सोमवार से खोलने जा रही है. इस दौरान वीआरएस की इच्छा रखने वाले बीएसएनएल कर्मचारी वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (Voluntary retirement scheme) के लिए एप्लीकेशन दे सकेंगे. मैनेजमेंट और यूनियन ने कर्मचारियों से इसके लिए अपील भी की है.
कंपनी की इस स्कीम में द हिंदू की खबर के मुताबिक, वीआरएस फॉर्मूला के तहत कर्मचारियों को नौकरी के बचे हुए साल की 100-125 प्रतिशत सैलरी दी जाएगी. इसमें पेंशन भी शामिल होगा. खबर के मुताबिक, वीआरएस को अमल में लाने में करीब तीन महीने का समय लगेगा. इसका कंपनी की सर्विस पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
बीएसएनएल के पास आज के समय में 1.59 लाख कर्मचारी हैं, जिसमें करीब 1.06 लाख कर्मचारियों की उम्र 50 साल से ज्यादा है. कंपनी की कर्मचारी संबंधी लागत वर्ष 2018-19 के दौरान 14492 करोड़ रुपये दर्ज की गई थी. अगर कंपनी की तरफ से यह वीआरएस स्कीम सफल होती है तब कंपनी रिटायरमेंट की उम्र को घटाकर 58 साल नहीं करेगी.रिवाइवल प्लान के तहत रिटायरमेंट की उम्र घटाने का प्रस्ताव है.
Source :- Zeebiz