प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को सम्बोधित करते हुएस सबसे पहले देशवासियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहाकि आप सभी ने कष्ट सहकर राष्ट्र को बचाने का काम किया है। आप देश के लिए एक सच्चे सिपाही की तरह अनुशासन में रहकर इस लड़ायी में सहयोग कर रहे हैं। यही संकल्प आज बाबा साहब को सच्ची श्रधांजलि है। उन्होंने बाबा साहब को नमन करते हुए कहा कि यह समय अलग अलग त्योहारों का समय है और लॉकडाउन के इन बंधनों के बीच आप जिस तरह से त्योहार घर पर ही रहकर मना रहे हैं इसके लिए मैं आप सभी का एक बार पुनः धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।
उन्होंने कहा कि हमने जब कोरोना का एक भी मरीज़ नही था तभी से ही विदेशों से आने वाले मरीज़ों के स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। साथ ही जब 550 मरीज़ थे तब हमने 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया। इसी का आज नतीजा है कि दुनिया के अन्य समर्थवान देशों की तुलना में भारत बहुत ही संभली हुई स्थिति में है।
3 मई तक बढ़ाया लॉकडाउन:
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों और देश की संस्थाओं ने बड़ी ही ज़िम्मेदारी से अभी तक कार्य किया है लेकिन अभी हमें और सतर्क रहने की ज़रूरत है। अब हमें आगे की रूपरेखा तैयार करनी है, जिसकी चर्चा हमने राज्य सरकारों से भी की और सभी ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि राज्यों से हुई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है की लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाया जाए। अतः हमें अब नए हॉटस्पॉट नही बनने देना है।अगले एक सप्ताह तक बढ़ायी जाएगी कठोरता:
उन्होंने कहा कि हर थाने, मोहल्ले, ज़िले आदि का परीक्षण किया जाएगा ज़रूरत पड़ने पर सख़्ती की जाएगी। यदि कहीं पर हॉटस्पॉट नहीं बनते हैं और कोई रोगी या संक्रमित नहीं होता है तो 20 अप्रैल से कुछ चुनिंदा सेवाओं के लिए सशर्त छूट दी जा सकेगी। यदि सरकार को ऐसा लगता है की शर्तों का पालन सही से नहीं हो रहा है तो छूट वापस ले ली जाएगी।
देश के पास पर्याप्त संसाधन एवं खाद्य भंडार उपलब्ध:
उन्होंने कहा कि हम किसानों को कम से कम समस्या हो इस पर ध्यान दे रहे हैं क्यूँकि रवि की फसल तैयार हो गयी है। लेकिन फिर भी यदि समस्या होती है तो हमारे पास पर्याप्त खाद्य सामग्री उपलब्ध है। वर्तमान में हमने कोविड की लड़ायी में एक लाख बेड रोगियों के लिए तैयार किया है पूरे देश में 660 हॉस्पिटल कोरोना मरीज़ों के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने अपनी बात की समाप्ति पर लोगों से अपनी सात बातों पर समर्थन की अपील की।