IPPB की गहमागहमी में अन्य कार्य भूल गए डाककर्मी INDIA POST
बांसडीह (बलिया) : स्थानीय पोस्ट ऑफिस में आईपीपीबी (इंडिया पोस्ट पेपेन्ट बैंक) खाता खोलवाने की गहमागहमी में कर्मचारी अन्य कार्य व अपनी जिम्मेदारियां भूल जा रहे हैं। इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ता पोस्ट ऑफिस सबंधी कार्य के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। यहां तक कि रजिस्टर्ड पोस्ट भेज पाना संभव नहीं हो पा रहा है। विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही/ कामटालू प्रवृति का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
इंडिया पोस्ट पेपेन्ट बैंक के माध्यम से खाताधारकों को पोस्टमैन के माध्यम से पांच हजार रुपये तक का भुगतान घर पर प्राप्त करने की व्यवस्था है। इसके लिए ग्राहकों को जोरशोर से प्रेरित किया जा रहा है। पूरा महकमा उपभोक्ताओं को इसकी खासियत बताने में जुटा है। लिहाजा रोजमर्रा का कार्य भी समय से संपादित नहीं हो पा रहा है। इससे उपभोक्ताओं में काफी नाराजगी है। उनका कहना है कि नयी सुविधा जरुर शुरु की जा रही है लेकिन पुरानी सुविधा का लाभ उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है।
किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत पत्र व आवर्ति जमा का समय से भुगतान नहीं हो पा रहा है। इसके लिए उपभोक्ताओं को महीनों चक्कर काटना पड़ रहा है। क्षेत्र के ललिता देवी, माधुरी देवी, परमात्मा सिंह, आशीष सिंह ने इस क्रिया कलाप का उबाऊ करार देते हुए कहा कि घोषणा डिजिटल इंडिया की जा रही है लेकिन सुविधाएं नदारद हैं।
इंडिया पोस्ट पेपेन्ट बैंक के माध्यम से खाताधारकों को पोस्टमैन के माध्यम से पांच हजार रुपये तक का भुगतान घर पर प्राप्त करने की व्यवस्था है। इसके लिए ग्राहकों को जोरशोर से प्रेरित किया जा रहा है। पूरा महकमा उपभोक्ताओं को इसकी खासियत बताने में जुटा है। लिहाजा रोजमर्रा का कार्य भी समय से संपादित नहीं हो पा रहा है। इससे उपभोक्ताओं में काफी नाराजगी है। उनका कहना है कि नयी सुविधा जरुर शुरु की जा रही है लेकिन पुरानी सुविधा का लाभ उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है।
किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत पत्र व आवर्ति जमा का समय से भुगतान नहीं हो पा रहा है। इसके लिए उपभोक्ताओं को महीनों चक्कर काटना पड़ रहा है। क्षेत्र के ललिता देवी, माधुरी देवी, परमात्मा सिंह, आशीष सिंह ने इस क्रिया कलाप का उबाऊ करार देते हुए कहा कि घोषणा डिजिटल इंडिया की जा रही है लेकिन सुविधाएं नदारद हैं।