अब इस योजना में न्यूनतम जमा राशि को 1,000 रुपए से घटाकर 250 रुपए कर दिया गया है। इसमें बालिका के माता-पिता या संरक्षक बेटी के नाम से खाता खुलवा सकते हैं। इस योजना के कई प्रमुख हैं बिंदु हैं जिसके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है। ताकि आप समझ सकें कि सुकन्या समृद्धि योजना में कैसे निवेश कर सकते हैं और इस योजना के क्या लाभ हैं।
छोटी बचत योजनाओं में ब्याज दर बढ़ा दी गई है जिसके तहत अब सुकन्या समृद्धि योजना में आपको 8.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगी। सुकन्या समृद्धि खाते के बारे में जानकारी सुकन्या समृद्धि योजना का खाता बेटी के जन्म से लेकर 10 वर्ष तक की आयु तक के बीच खुलवाया जा सकता है। जमाकर्ता बेटी नाम से सिर्फ एक ही खाता खोल सकता है। माता-पिता या संरक्षक दो बेटियों के अलग-अलग एक खाता खोल सकते हैं। यदि जुड़वा बेटियां हैं तो जन्म संबंधी प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा जिसके बाद तीसरा खाता खोला जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों को मोदी सरकार की तरफ से मिला बड़ा तोहफा
खाता खोलने के लिए जरूरी राशि सुकन्या समृद्धि का एक खाता 1000 रुपए में शुरुआती जमा राशि पर खोला जा सकता है। इससे पहले इस खाते में प्रति वर्ष 1000 रुपए न्यूनतम जमा राशि जमा करनी होती थी जो अब सिर्फ 250 रुपए है। एक वित्तीय वर्ष में इस खाते में न्यूनतम 250 रुपए और अधिकतम 1 लाख 50 हजार रुपए जमा किया जा सकेगा।
खाता संचालन बालिका के 10 वर्ष तक की आयु होने तक माता-पिता खाते को संचालित कर सकते हैं इसके बाद बेटी खुद खाता संचालित कर सकती है। इसके अलावा इस योजना के अंतर्गत किसी भी पोस्ट ऑफिस ब्रांच और सरकारी बैंक में अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
जमा राशि निकालने की शर्तें बालिका के 18 वर्ष की आयु पूरा कर लेने के बाद ही सुकन्या समृद्धि योजना के खाते में जमा राशि की केवल 50 फीसदी राशि निकाली जा सकती है। यदि किसी कारणवश बालिका की मृत्यु हो जाती है तो संरक्षक द्वारा खाता बंद कर दिया जाएगा और पूरी जमा राशि ब्याज के साथ निकाल ली जाएगी।
खाता कब होगा मेच्योर बेटी का खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष पूरा होने पर ही खाता मेच्योर होगा। बालिका का विवाह यदि 18 वर्ष के बाद या 21 वर्ष से पहले होता है तो शादी की तारीख के बाद खाता बंद कर दिया जाएगा। खाता बंद होने के बाद जमा रकम ब्याज समेत निकाली जा सकती है।
अनियमित भुगतान पर जुर्माना अनियमित भुगतान अगर खाते में अनियमित भुगतान किया जाता है तो प्रति वर्ष कम से कम 50 रुपए का जुर्माना निर्धारित राशि के साथ लिया जाएगा। विड्रॉल (पैसा निकालना) 50 प्रतिशत राशि पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में 18 वर्ष की आयु होने के बाद उच्च शिक्षा और शादी की के लिए इस्तेमाल होगी।
जमा राशि निकालने की शर्तें बालिका के 18 वर्ष की आयु पूरा कर लेने के बाद ही सुकन्या समृद्धि योजना के खाते में जमा राशि की केवल 50 फीसदी राशि निकाली जा सकती है। यदि किसी कारणवश बालिका की मृत्यु हो जाती है तो संरक्षक द्वारा खाता बंद कर दिया जाएगा और पूरी जमा राशि ब्याज के साथ निकाल ली जाएगी।
खाता कब होगा मेच्योर बेटी का खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष पूरा होने पर ही खाता मेच्योर होगा। बालिका का विवाह यदि 18 वर्ष के बाद या 21 वर्ष से पहले होता है तो शादी की तारीख के बाद खाता बंद कर दिया जाएगा। खाता बंद होने के बाद जमा रकम ब्याज समेत निकाली जा सकती है।
अनियमित भुगतान पर जुर्माना अनियमित भुगतान अगर खाते में अनियमित भुगतान किया जाता है तो प्रति वर्ष कम से कम 50 रुपए का जुर्माना निर्धारित राशि के साथ लिया जाएगा। विड्रॉल (पैसा निकालना) 50 प्रतिशत राशि पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में 18 वर्ष की आयु होने के बाद उच्च शिक्षा और शादी की के लिए इस्तेमाल होगी।
पीपीएफ से ज्यादा ब्याज सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश राशि पर ही पहले टैक्स छूट थी लेकिन इस बजट में इसके ब्याज और परिपक्वता पर मिलने वाली राशि पर भी टैक्स छूट दी गई है। इस मामले में यह PPF के बराबर हो गया जिस पर तीन स्तरों पर टैक्स छूट मिलती है। लेकिन ब्याज के मामले में सुकन्या समृद्धि योजना PPF से ज्यादा आकर्षक है। PPF पर 8 फीसदी ब्याज मिल रही है जबकि सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.5 फीसदी ब्याज है।
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